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10 lines Essay on Mata Parvati

10 lines Essay on Mata Parvati

10 lines Essay on Mata Parvati

हेलो फ्रेंड, आज हम आपके लिए 10 lines Essay on Mata Parvati पर English और Hindi भाषा में आसान निबंध लेकर आए हैं। माता पार्वती, हिन्दू धर्म मे वर्णित शक्ति का रूप एवं भगवान शिव जी की पत्नी है। वह पर्वत राजा हिमांचल और रानी मैना की बेटी हैं।पार्वती हिंदू देवताओं गणेश, कार्तिकेय, अशोकसुंदरी‌, ज्योति और मनसा देवी की मां और अय्यप्पा की सौतेली माता हैं। पुराणों में उन्हें श्री विष्णु की बहन कहाँ गया है। वे ही मूल प्रकृति और कारणरूपा है। शिव विश्व के चेतना है तो पार्वती विश्व की ऊर्जा हैं। पार्वती माता जगतजननी अथवा परब्रह्मस्वरूपिणी है।

Essay Writing

10 lines Essay on Mata Parvati in Hindi

  1. पार्वती, उमा या गौरी मातृत्व, शक्ति, प्रेम, सौंदर्य, सद्भाव, विवाह, संतान की देवी हैं।
  2. हमारी भारतीय संस्कृति में पार्वती को भगवान् शंकर की पत्नी के रूप में पूज्य स्थान प्राप्त है ।
  3. हिन्दू महिलाएं पार्वती को अपना आदर्श मानकर मनोनुकूल वर प्राप्ति के लिए व्रत-उपवास रखती हैं । 
  4. पार्वती पूर्व जन्म में दक्षकन्या सती के रूप में भगवान् शंकर की पत्नी थीं ।
  5. दक्ष ने प्रजापति के पद पर आसीन होने की स्थिति में यज्ञ का अयोजन कर देव, गन्धर्व, किन्नर आदि को सपत्नीक, ससम्मान आमन्त्रित किया था । किन्तु द्वेषवश भगवान् शंकर को आमन्त्रित नहीं किया । इस अपमान से क्षुब्ध होकर सती ने यज्ञ में अपनी प्राणाहुति देकर विरोध जताया ।
  6. अगले जन्म में पार्वती पर्वतराज हिमालय तथा मेनका देवी के गर्भ से उत्पन्न हुई । शैलजा, गिरिजा आदि नामों से वह प्रसिद्ध हुईं ।
  7. इस जन्म में शिव को प्राप्त करने के लिए उन्होंने वर्षों भूखे-प्यासे रहकर कठोर तप किया ।
  8. पार्वती हिंदू देवताओं गणेश, कार्तिकेय, अशोकसुंदरी‌, ज्योति और मनसा देवी की मां और अय्यप्पा की सौतेली माता हैं।
  9. जगत जननी माता पार्वती को दुर्गा, जगदम्बा, अम्बे, शेरांवाली आदि तमाम नामों से पुकारा जाता है। नवरात्रि में इनके नौ रूपों की पूजा की जाती है।
  10. मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए 107 जन्म लिए। उनके कठोर तप के कारण 108वें जन्म में भोले बाबा ने पार्वती जी को अर्धांगिनी के रूप में स्वीकार किया।

10 lines Essay on Mata Parvati in English

  1. Parvati, Uma, or Gauri is the goddess of motherhood, strength, love, beauty, harmony, marriage, and progeny.
  2. In our Indian culture, Parvati has a revered place as the wife of Lord Shankar.
  3. Considering Parvati as their ideal, Hindu women keep a fast to get a suitable groom.
  4. Parvati was the wife of Lord Shankar in the form of Dakshanya Sati in her previous birth.
  5. In the event of being seated on the post of Prajapati, Daksha had invited God, Gandharva, Kinnar, etc. to his wife, with respect. But out of malice, Lord Shankar was not invited. Enraged by this humiliation, Sati protested by offering her life in the Yagya.
  6. In the next birth, Parvati was born from the womb of the mountain king Himalaya and Maneka Devi. She became famous by names like Shailja, Girija, etc.
  7. In order to attain Shiva in this birth, he did severe penance after being hungry and thirsty for years.
  8. Parvati is the mother of the Hindu deities Ganesha, Kartikeya, Ashokasundari, Jyoti, and Manasa Devi and the stepmother of Ayyappa.
  9. Mother Goddess Parvati is called by various names like Durga, Jagdamba, Ambe, Sheranwali, etc. Their nine forms are worshiped in Navratri.
  10. It is believed that Mother Parvati took 107 births to get Lord Shiva as her husband. Due to her harsh penance, in the 108th birth, Bhole Baba accepted Parvati Ji as Ardhangini.

Conclusion

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