आज हम आप के लिए “10 Lines on Dandi March”,पर आसान निबंध लेकर आये है। गांधी ने ब्रिटिश नमक कानूनों को तोड़ने के लिए प्रसिद्ध नमक मार्च पर अपने अनुयायियों का नेतृत्व किया। दांडी मार्च जिसे लबण सत्याग्रह, नमक मार्च और दांडी सत्याग्रह के रूप में भी जाना जाता है, महात्मा गांधी के नेतृत्व में औपनिवेशिक भारत में अहिंसक सविनय अवज्ञा का एक कार्य था।
दांडी मार्च के शुरुआत हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ओर उनके साथियों ने 2 मार्च 1930 को साबरमती से शुरु कर 390 किमी की दूरी तय की ओर फिर 6 अप्रैल 1930 को दांडी तक पहुँच कर पूरी की। भारत के इतिहास में दांडी मार्च को ‘नमक सत्याग्रह’ के नाम से भी जाना जाता है। यह अहिंसक मार्च केवल 80 लोगों के साथ शुरू किया गया था, लेकिन जब तक वे अपने गंतव्य तक पहुंचे, तब तक संख्या लगभग 50,000 हो गई थी।
हम यहां बच्चों के लिए अंग्रेजी या हिंदी में महिला दिवस पर आसान निबंध प्रस्तुत कर रहे हैं।
Essay Writing
10 Lines on Dandi March in English
- 12th March of 1930 is a significant day in India’s History. On this day Dandi March was started.
- Dandi march is also known as ‘Namak Satyagraha’.
- This march was started by the Father of the Nation Mahatma Gandhi and his co-workers.
- A total distance of 390 km was covered during Dandi March. The trek which was completed on 6th April 1930 reaching Dandi.
- This non-violent march was started with only 80 people, but by the time they reached their destination, the number had grown to about 50,000.
- This was the first nationalist activity in which women participated in large numbers.
- In the 1960s, Martin Luther King II had a great influence on this movement to fight against people discriminating against black.
- There are many programs that are conducted across India on the occasion of Dandi March Day.
- People including the prime minister, president, and other ministers pay tribute to Mahatma Gandhi on 12 March 2021.
- The Dandi March was the most important organized movement against the British Raj after the non-cooperation movement in the early 1920s.
- 2022 is going to be celebrated as the 92nd anniversary of Dandi March. The Salt March played an important role in the Indian freedom struggle.
10 Lines on Dandi March in Hindi
- 12 मार्च 1930 भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन दांडी मार्च की शुरुआत हुई थी।
- दांडी मार्च को ‘नमक सत्याग्रह’ के नाम से भी जाना जाता है।
- इस मार्च की शुरुआत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और उनके साथियों ने की थी।
- दांडी मार्च के दौरान कुल 390 किमी की दूरी तय की गई। 6 अप्रैल 1930 को दांडी तक पहुँचने वाला ट्रेक जो पूरा हुआ।
- यह अहिंसक मार्च केवल 80 लोगों के साथ शुरू किया गया था, लेकिन जब तक वे अपने गंतव्य तक पहुंचे, तब तक संख्या लगभग 50,000 हो गई थी।
- यह पहली राष्ट्रवादी गतिविधि थी जिसमें महिलाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
- 1960 के दशक में, मार्टिन लूथर किंग II का अश्वेतों के साथ भेदभाव करने वाले लोगों के खिलाफ लड़ने के इस आंदोलन पर बहुत प्रभाव था।
- दांडी मार्च दिवस के अवसर पर पूरे भारत में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और अन्य मंत्रियों सहित लोग 12 मार्च 2021 को महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हैं।
- 1920 के दशक की शुरुआत में असहयोग आंदोलन के बाद दांडी मार्च ब्रिटिश राज के खिलाफ सबसे महत्वपूर्ण संगठित आंदोलन था।
- 2022 को दांडी मार्च की 92वीं वर्षगांठ के रूप में मनाया जाने वाला है। नमक मार्च ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
Conclusion
हम आशा करते हैं कि आपको 10 Lines on Dandi March निबंध के माध्यम से “दांडी मार्च” इससे जुडी कुछ जरुरी जानकारी हमने इस पोस्ट के जरिये आप तक पहुंच रहे है। हमे उम्मीद है आप को “नमक सत्याग्रह” पर हमारे द्वारा दी गई जानकारी आप लोगों को अच्छी लगी होगी। अगर आपको हमारा पोस्ट अच्छा लगा हो, तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कीजिए और Please Social में इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करके, ताकि इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों ताकि पहुंच सके।