हेलो फ्रेंड, आज हम आपके लिए 10 lines on Ratan Naval Tata पर English और Hindi भाषा में आसान निबंध लेकर आए हैं। रतन नवल टाटा एक प्रतिष्ठित भारतीय उद्योगपति और टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष हैं। उनका जन्म 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में हुआ था। रतन नवल टाटा ने 1990 से 2012 तक टाटा संस के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया, और इस दौरान उन्होंने टाटा समूह को वैश्विक स्तर पर विस्तारित किया। उनके नेतृत्व में, समूह ने स्टील, ऑटोमोबाइल और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में विविधता लाने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की शुरुआत की, जिनमें टाटा नैनो शामिल है, जिसका उद्देश्य सस्ते वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित करना था। रतन टाटा सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए भी जाने जाते हैं और उन्होंने टाटा ट्रस्ट के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास में कई दान कार्यों में योगदान दिया है। उनका नेतृत्व और दृष्टिकोण भारतीय उद्योग और समाज पर गहरा प्रभाव डालते हैं।
About TATA family
टाटा परिवार भारत के सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपति परिवारों में से एक है, जिसकी स्थापना जमशेदजी टाटा ने 1868 में की थी। जमशेदजी टाटा ने टाटा समूह की नींव रखी, जो आज विभिन्न क्षेत्रों में एक बड़ा और विविधतापूर्ण कॉर्पोरेट समूह है। टाटा परिवार का प्रमुख उद्देश्य सामाजिक कल्याण और राष्ट्र निर्माण रहा है।
परिवार के सदस्य, जैसे रतन टाटा, जो 1990 से 2012 तक टाटा समूह के अध्यक्ष रहे, ने समूह को वैश्विक स्तर पर विस्तार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रतन टाटा के अलावा, उनकी बहन, नुस्ली वाडिया और अन्य परिवार के सदस्य भी व्यापार और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रहे हैं।
टाटा परिवार का योगदान केवल व्यापार तक सीमित नहीं है; उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। टाटा ट्रस्ट के माध्यम से, परिवार ने विभिन्न सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों का समर्थन किया है, जिससे समाज में सुधार की दिशा में कदम बढ़ाए गए हैं। कुल मिलाकर, टाटा परिवार भारतीय उद्योग और समाज के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को मुंबई, भारत में हुआ था। वे टाटा परिवार के सदस्य हैं, जिनके दादा जमशेदजी टाटा ने टाटा समूह की स्थापना की थी। रतन टाटा ने मुंबई के कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल से शिक्षा प्राप्त की और फिर अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय से आर्किटेक्चर में डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में उन्नत प्रबंधन कार्यक्रम में भाग लिया।
टाटा समूह में करियर:
रतन टाटा ने 1961 में टाटा समूह में शामिल होकर टाटा स्टील के उत्पादन में काम शुरू किया। धीरे-धीरे वे ऊँचे पदों पर पहुंचे और 1990 में टाटा संस के अध्यक्ष बने। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया, जिसमें स्टील, ऑटोमोबाइल, सूचना प्रौद्योगिकी और हॉस्पिटैलिटी शामिल हैं।
महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ:
रतन टाटा के नेतृत्व में, टाटा समूह ने कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का अधिग्रहण किया, जिनमें जगुआर लैंड रोवर और कोरस स्टील शामिल हैं। 2008 में, उन्होंने टाटा नैनो का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य सामान्य जनता के लिए सस्ती परिवहन उपलब्ध कराना था। वे नवाचार और स्थिरता के लिए अपने दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं।
महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ:
रतन टाटा के नेतृत्व में, टाटा समूह ने कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का अधिग्रहण किया, जिनमें जगुआर लैंड रोवर और कोरस स्टील शामिल हैं। 2008 में, उन्होंने टाटा नैनो का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य सामान्य जनता के लिए सस्ती परिवहन उपलब्ध कराना था। वे नवाचार और स्थिरता के लिए अपने दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं।
परोपकार और सामाजिक जिम्मेदारी:
रतन टाटा कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति अपने मजबूत दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने टाटा ट्रस्ट के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके परोपकारी प्रयास समाज के कमजोर वर्गों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सेवानिवृत्ति के बाद:
2012 में अध्यक्ष के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद, रतन टाटा ने विभिन्न उद्यमों में सक्रिय भूमिका निभाई, जिनमें स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन देना और नई तकनीकों में निवेश करना शामिल है। वे व्यवसाय जगत में एक सम्मानित व्यक्ति हैं और भविष्य के उद्यमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं।
विरासत:
रतन टाटा की विरासत नैतिक नेतृत्व, नवोन्मेषी सोच और सामाजिक कारणों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता से परिभाषित होती है। उन्हें उद्योग और समाज में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं, जिससे वे भारत के सबसे प्रभावशाली व्यापार नेताओं में से एक बन गए हैं। उनका दृष्टिकोण और मूल्य आज भी टाटा समूह को मार्गदर्शन करते हैं और दुनिया भर में कई लोगों को प्रेरित करते हैं।
रतन टाटा की उपलब्धियाँ और पुरस्कार
रतन टाटा की करियर कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों और पुरस्कारों से भरी हुई है, जो उनके व्यवसाय, परोपकार, और समाज के प्रति योगदान को दर्शाती हैं। यहाँ कुछ प्रमुख उपलब्धियाँ और पुरस्कार दिए गए हैं:
उपलब्धियाँ:
- टाटा समूह का विस्तार: 1990 से 2012 तक, रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह को एक वैश्विक कॉंग्लोमरेट में बदल दिया गया, जो स्टील, ऑटोमोबाइल, आईटी, और हॉस्पिटैलिटी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विस्तारित हुआ।
- अधिग्रहण: उन्होंने जगुआर लैंड रोवर, कोरस स्टील, और टाटा कम्युनिकेशंस जैसे महत्वपूर्ण अधिग्रहण का नेतृत्व किया, जिससे समूह का वैश्विक footprint बढ़ा।
- टाटा नैनो का शुभारंभ: 2008 में, उन्होंने टाटा नैनो को लॉन्च किया, जिसका उद्देश्य भारत में लाखों लोगों के लिए सस्ती परिवहन उपलब्ध कराना था। इसे दुनिया की सबसे सस्ती कार के रूप में मान्यता मिली।
- नवोन्मेष पर ध्यान: रतन टाटा ने समूह में नवोन्मेष के लिए एक संस्कृति को बढ़ावा दिया, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में नई तकनीकों और उत्पादों का विकास हुआ।
- कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी: उन्होंने नैतिक व्यवसाय प्रथाओं और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी पर जोर दिया, यह सुनिश्चित करते हुए कि समूह के लाभ समाज के कल्याण में योगदान करें।
- टाटा ट्रस्ट्स: उन्होंने टाटा ट्रस्ट्स में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जिससे लाखों लोगों के जीवन में सुधार हुआ।
पुरस्कार और सम्मान:
- सर्वश्रेष्ठ सीईओ (2012) में रतन टाटा को “सर्वश्रेष्ठ सीईओ” का खिताब दिया गया।
- पद्म भूषण (2000) – तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण यह सम्मान भारत सरकार द्वारा उद्योग और व्यापार के क्षेत्र में दिया गया।
- पद्म विभूषण (2008) – राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने रतन टाटा को उनके व्यावसायिक योगदान के लिए भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान “पद्म विभूषण” से सम्मानित किया।
- ऑर्डर ऑफ़ जर्मनी (2014) में उन्हें जर्मनी के राष्ट्रपति द्वारा इस ऑर्डर से सम्मानित किया गया।
- FICCI लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड – यह पुरस्कार उन्हें 2012 में दिया गया।
- मानद डॉक्टरेट: वारविक विश्वविद्यालय और इलिनोइस विश्वविद्यालय सहित कई विश्वविद्यालयों से मानद डॉक्टरेट प्राप्त किया।
- नाइट कमांडर ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ द ब्रिटिश एम्पायर (KBE): भारत और यूके के बीच व्यापार और निवेश में उनके योगदान के लिए 2009 में सम्मानित किया गया।
- बिजनेस लीडर अवार्ड्स: दुनिया के सबसे सम्मानित बिजनेस लीडर्स में से एक होने के लिए कई पुरस्कार प्राप्त किए।
- Global recognition: फोर्ब्स की दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों की सूची जैसी विभिन्न सूचियों में शामिल।
- सिंगापुर सरकार का मानद नागरिक पुरस्कार।
- फरवरी 2004 में, रतन टाटा को चीन के झोज्यांग प्रान्त में हांग्जो (Hangzhou) शहर में “मानद आर्थिक सलाहकार” की उपाधि से सम्मानित किया गया।
रतन टाटा की विरासत न केवल उनके व्यावसायिक कौशल द्वारा बल्कि उनके सामाजिक कारणों के प्रति अनवरत प्रतिबद्धता द्वारा भी परिभाषित होती है, जिससे वे भारत और दुनिया भर में एक सम्मानित व्यक्तित्व बन गए हैं।
Essay Writting
- Ratan Tata, born on December 28, 1937, is a prominent Indian industrialist and philanthropist.
- He served as the chairman of Tata Sons from 1990 to 2012, and led the Tata Group, one of India’s largest conglomerates.
- Under his leadership, the company diversified into sectors such as steel, automobiles and IT, and gained significant global presence.
- Notably, he led the launch of the Tata Nano, which aimed to provide affordable transportation for millions of people.
- Ratan Tata is also known for his commitment to corporate social responsibility, which emphasizes ethical business practices.
- He has contributed to various philanthropic initiatives through the Tata Trusts, focusing on health, education, and rural development.
- After retiring, he is actively involved in advising startups and supporting social causes.
- Ratan Tata’s vision and leadership have left a lasting impact on Indian industry and society.
- His legacy will continue to inspire future generations of entrepreneurs and leaders.
- Shri Ratan Tata Ji breathed his last on 09.10.2024.
- रतन टाटा, जिनका जन्म 28 दिसंबर, 1937 को हुआ था, एक प्रमुख भारतीय उद्योगपति और परोपकारी व्यक्ति हैं।
- उन्होंने 1990 से 2012 तक टाटा संस के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और भारत के सबसे बड़े समूहों में से एक टाटा समूह का नेतृत्व किया।
- उनके नेतृत्व में, कंपनी ने स्टील, ऑटोमोबाइल और आईटी जैसे क्षेत्रों में विविधता लाई और महत्वपूर्ण वैश्विक उपस्थिति हासिल की।
- विशेष रूप से, उन्होंने टाटा नैनो के लॉन्च का नेतृत्व किया, जिसका उद्देश्य लाखों लोगों के लिए किफायती परिवहन प्रदान करना था।
- रतन टाटा को कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए भी जाना जाता है, जो नैतिक व्यावसायिक प्रथाओं पर जोर देता है।
- उन्होंने टाटा ट्रस्ट के माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए विभिन्न परोपकारी पहलों में योगदान दिया है।
- सेवानिवृत्त होने के बाद, वे स्टार्टअप को सलाह देने और सामाजिक कारणों का समर्थन करने में सक्रिय रूप से शामिल हैं।
- रतन टाटा के विजन और नेतृत्व ने भारतीय उद्योग और समाज पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ा है।
- उनकी विरासत उद्यमियों और नेताओं की भावी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
- श्री रतन टाटा जी ने 09.10.2024 को अंतिम सांस ली।
Inspirational and Motivational Quotes by Ratan Tata
- When you start with a dream and work with passion, success is inevitable.”
- “Empathy and kindness are the greatest strengths a leader can possess.”
- “The biggest risk is not taking any risk. In a world that is changing quickly, the only strategy that is guaranteed to fail is not taking risks.”
- “Never forget that you are a child of God and you have a right to be here.”
- “None can destroy iron, but its own rust can! Likewise, none can destroy a person, but their own mindset can.”
- “Take the stones people throw at you and use them to build a monument.”
- “I don’t believe in taking right decisions. I take decisions and then make them right.”
- “I have always been very confident and very upbeat about the future of India.”
- “If you want to walk fast, walk alone. If you want to walk far, walk with others.”
- “The day I can’t do something for myself will be the day I pack my bags and leave.”
- “Leadership is about taking responsibility, not making excuses.”
- “Success is not measured by the position you hold, but by the impact you have on others.”
- “I don’t believe in short-term goals. I believe in long-term vision.”
- “The day I am not able to fly will be a sad day for me.”
- “The strongest thing I ever did was to show my emotions to the world.”
- “In the end, we only regret the chances we didn’t take.”
- “Ups and downs in life are very important to keep us going because a straight line even in an ECG means we are not alive.”
- “Don’t let success get to your head, and don’t let failure get to your heart.”
- “Dream big and work hard to make those dreams a reality.
- “The best way to predict the future is to create it.”
- “The best leaders are those most interested in surrounding themselves with assistants and associates smarter than they are.”
- “Success is not about the destination, it’s about the journey.”
- “Your competition is not other people but the time you kill, the ill will you create, the knowledge you neglect to learn, the connections you fail to build, the health you sacrifice along the path, your inability to generate ideas, the people around you who don’t support and love your efforts, and whatever god you curse for your bad luck.”
- “Never stop learning. Keep challenging yourself to grow and evolve.”
- “Do not let the fear of failure hold you back from pursuing your dreams.”
- “Your attitude, not your aptitude, will determine your altitude.”
- “Be humble in victory and gracious in defeat.”
- “I do not know what the future holds, but I do know that I’m going to be positively surprised.”
- “Every challenge is an opportunity to learn and grow.”
- “The only limit to your success is your own imagination.”
- “Don’t wait for opportunities to come to you, create your own opportunities.”
- “Success is not final, failure is not fatal: it is the courage to continue that counts.”
- “Be a person of integrity, and always do what is right, even when it is difficult.”
- “Never give up on something that you can’t go a day without thinking about.”
- “Be the change you wish to see in the world.”
- “You may not always have a comfortable life, and you may not always be able to solve all the world’s problems, but don’t ever underestimate the importance you can have, because history has shown us that courage can be contagious, and hope can take on a life of its own.”
- “Do not let the behavior of others destroy your inner peace.”
- “One day you will realize that material things mean nothing. All that matters is the well-being of the people you love.”
- “People still believe what they read is necessarily the truth.”
- “There are many things that, if I have to relive, maybe I will do it another way. But I would not like to look back and think what I have not been able to.”
- “I buy a lot of electronics, some which I never take out of the box!”
- “I would say that one of the things I wish I could do differently would be to be more outgoing.”
- “What I would like to do is to leave behind a sustainable entity of a set of companies that operate in an exemplary manner in terms of ethics, values and continue what our ancestors left behind.”
- “If you want to walk fast, walk alone. But if you want to walk far, walk together.”
- “The only way to win is to not be afraid of losing.”
- “The greatest failure is not to try.”
- “I don’t believe in leaving things to luck. I believe in hard work and preparation.”
- “Never forget your roots, and always be proud of where you come from.”
- “It’s not about ideas. It’s about making ideas happen.”
- “Never compromise on your values and principles, even if it’s the hard way.”
- “The value of an idea lies in the using of it.”
- “Leadership is not about being in charge. It is about taking care of those in your charge.”
- “You may have to fight a battle more than once to win it.”
- “I don’t believe in taking the right decisions, I take decisions and then make them right.”
- “I don’t believe in work-life balance. I believe in work-life integration. Make your work and life meaningful and fulfilling, and they will complement each other.”
Conclusion
हम आशा करते हैं कि “10 lines eassy on Ratan Naval Tata” पर हम इस पोस्ट के माध्यम से “Ratan Naval Tata“ एक प्रतिष्ठित भारतीय उद्योगपति और टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष हैं।रतन टाटा सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए भी जाने जाते हैं और उन्होंने टाटा ट्रस्ट के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास में कई दान कार्यों में योगदान दिया है। उनका नेतृत्व और दृष्टिकोण भारतीय उद्योग और समाज पर गहरा प्रभाव डालते हैं। बच्चों के लिए अपने विचारों को व्यक्त करने और अपने भाषा कौशल को बढ़ाने के लिए निबंध लिखना एक सुखद और मजेदार अनुभव है। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो कृपया नीचे कमेंट करें और हमें बताएं कि आपको यह कैसा लगा। हम आपकी टिप्पणियों का उपयोग अपनी सेवा को और बेहतर बनाने के लिए करते हैं, और कृपया इस पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से, अधिक से अधिक शेयर करके, ताकि इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों को पहुंच सके। हमें उम्मीद है कि आपको उपरोक्त विषय पर कुछ सीखने को मिला होगा। आप मेरे YouTube चैनल पर भी जा सकते हैं जो https://www.youtube.com/shubhyouber है। हमें फेसबुक https://www.facebook.com/shubhyouber पर भी फॉलो कर सकते हैं।
FQA’s
प्रश्न: टाटा परिवार का इतिहास क्या है?
उत्तर: परिवार का समूह, टाटा समूह, का मुख्यालय मुंबई में है। टाटा एक पारसी पुरोहित परिवार था जो मूल रूप से पूर्व बड़ौदा राज्य (अब गुजरात) से आया था। परिवार के भाग्य के संस्थापक जमशेदजी नुसरवानजी टाटा थे (जन्म 3 मार्च, 1839, नवसारी, भारत – मृत्यु 19 मई, 1904, बैड नौहेम, जर्मनी)।
प्रश्न: रतन टाटा का जन्म कब हुआ था?
उत्तर: रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को सूरत, गुजरात में हुआ था।
प्रश्न: रतन टाटा ने किस विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की?
उत्तर: रतन टाटा ने कॉर्नेल विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एडवांस्ड इंट्रोडक्शन प्रोग्राम पूरा किया।
प्रश्न: रतन टाटा ने टाटा ग्रुप को कैसे दिखाया?
उत्तर: रतन टाटा ने जगुआर, लैंड रोवर और कोरस स्टील को संयुक्त रूप से टाटा ग्रुप को एक वैश्विक कंपनी बनाया।
प्रश्न: रतन टाटा को कौन-कौन से पुरस्कार मिले हैं?
उत्तर: उन्हें पद्म भूषण (2000) और पद्म विभूषण (2008) जैसे सम्मान प्राप्त हुए हैं।
प्रश्न: रतन नवल टाटा का निधन कब हुआ?
उत्तर: रतन नवल टाटा का निधन 9 अक्टूबर 2024 को हुआ।
प्रश्न: रतन नवल टाटा का परिवार कौन-कौन है?
उत्तर: वे टाटा परिवार के सदस्य हैं, दादा जमशेदजी टाटा ने टाटा समूह की स्थापना की। उनके पिता का नाम नवाल टाटा है।
प्रश्न: रतन टाटा की शिक्षा कहाँ हुई?
उत्तर: रतन टाटा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल से प्राप्त की और बाद में कॉर्नेल विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम में भी भाग लिया।
प्रश्न: रतन टाटा ने टाटा ग्रुप का नेतृत्व कब शुरू किया?
उत्तर: उन्होंने 1990 में टाटा समूह के अध्यक्ष के रूप में पद पर कब्जा कर लिया।
प्रश्न: रतन टाटा की प्रमुख उपलब्धियाँ क्या हैं?
उत्तर: उनकी प्रमुख प्रतिवेदन में टाटा की घोषणा, जगुआर लैंड रोवर और कोरस स्टील का अधिग्रहण शामिल है।
प्रश्न: रतन टाटा को कौन-कौन से पुरस्कार मिलते हैं?
उत्तर: उन्हें पद्म रत्न, पद्म विभूषण, नाइट कमांडर ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ द ब्रिटिश एम्पायर (KBE), और कई मानद डॉक्टरेट जैसे पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
प्रश्न: रतन टाटा की कंपनी की सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति दृष्टिकोण क्या है?
उत्तर: वे सामुदायिक सामाजिक जिम्मेदारी को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं और ट्रस्ट ट्रस्ट के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास में योगदान देते हैं।
प्रश्न: रतन टाटा के बाद टाटा समूह का नेतृत्व कौन कर रहा है?
उत्तर: रतन टाटा के बाद, नटराजन चन्द्रशेखरन ने 2017 में टाटा समूह के अध्यक्ष का पद संभाला।
प्रश्न: रतन टाटा की विरासत क्या है?
उत्तर: उनकी विरासत नैतिक नेतृत्व, नवोन्मेष और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रतिरूप में जानी जाती है, जिन्होंने उन्हें भारतीय उद्योग में एक प्रतिष्ठित व्यक्तित्व बनाया है।
प्रश्न: क्या रतन टाटा अब भी सक्रिय हैं?
उत्तर: सेवानिवृत्ति के बाद भी, रतन टाटा के फिल्मांकन में सक्रिय भूमिका और सामाजिक कारणों से फिल्मांकन शामिल है।