जल प्रदूषण पर निबंध
आप हम आपके लिए आए हैं, 10 Lines on Water Pollution ( जल प्रदूषण पर निबंध ) पर निबंध, जल प्रदूषण का मुख्य कारण मानव या जानवरों की जैविक या फिर औद्योगिक क्रियाओं के फलस्वरूप पैदा हुये प्रदूषकों को बिना किसी समुचित उपचार के सीधे जल धारायों में विसर्जित कर दिया जाना है। जल में विभिन्न प्रकार के हानिकारक पदार्थों के मिलने से जल प्रदूषण होता है।
हम उमीद करते हैं कक्षा-1,2,3,4 के बच्चों को कुछ मदद मिलेगी पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध लिखने के लिए, चलिये शुरू करते हैं। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर 10 LINES ESSAY, ENGLISH / HINDI में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।
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जल प्रदूषण क्या है ?
जब झीलों, नहरों, नदियों, समुद्र तथा अन्य जल निकायों में विषैले पदार्थ प्रवेश करते हैं और यह इनमें घुल जाते है अथवा पानी में पड़े रहते हैं या नीचे इकट्ठे हो जाते हैं। जिसके परिणामस्वरूप जल प्रदूषित हो जाता है और इससे जल की गुणवत्ता में कमी आ जाती है तथा जलीय पारिस्थितिकी प्रणाली प्रभावित होती है ।
जल प्रदूषण का सबसे अधिक विकास हो रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार पिने के पानी का PH 7 से 8.5 के बीच होना चाहिए।
जल प्रदूषण के प्रभाव क्या है?
1-जनसंपर्क में ये लोग होते हैं।
2- जल से सिकाई करने पर प्रभाव पड़ता है।
3- जल रोग रोग, रोग रोग, डायरिया।
4- हृदय, फीफ, गुर्दा, दिमागी रोग हो सकता है।
Essay on Water Pollution
10 पंक्तियाँ जल प्रदूषण पर हिंदी में
- जल पृथ्वी पर जीवन की सबसे महत्वपूर्ण तत्व है। जल पूरी मानवता के महानतम प्राकृतिक संसाधनों में से एक है।
- जल प्रदूषण मानव जीवन को काफी हद तक प्रभावित करने वाला मुख्य मुद्दा है।
- जल प्रदूषण झीलों, नदियों, महासागरों, जलभृतों और भूजल जैसे जल निकायों का संदूषण है।
- घरों, कारखानों और अन्य इमारतों से निकलने वाला कचरा जल निकायों में मिल जाता है।
- जल प्रदूषण हमारी दुनिया को विनाश के रास्ते पर ले जा सकता है।
- पानी के बिना मानव कुछ भी नहीं रह पाएगे । हालांकि, हम प्रकृति के इस उपहार की सराहना नहीं करते हैं और बिना सोचे समझे इसे प्रदूषित करते हैं।
- जल का उपयोग – पानी पीने, खाना पकाने, फसलों की सिंचाई, धोने के लिए और हमारी दिनचर्या मैं पानी का बहुत उपयोग होता है।
- जल प्रदुषण के कारण हमे पीने के पानी की गुणवत्ता की निगरानी करनी पड़ती है ।
- जल प्रदूषण के प्रमुख कारण -औद्योगिक अपशिष्ट, खनन गतिविधियाँ, सीवेज और अपशिष्ट जल, आकस्मिक तेल रिसाव, रासायनिक कीटनाशक और उर्वरक, जीवाश्म ईंधन का जलना, पशु अपशिष्ट, शहरी विकास, ग्लोबल वार्मिंग और सीवर लाइनों से रिसाव हैं।
- गंदे पानी के जलो का जल शोधन करने की उचित व्यवस्था होनी चहिये ताकि नालियों का दूषित जल, हमारे पेय जल के किसी भी स्रोत को दूषित न कर पाए।
Water Pollution
10 Lines on Water Pollution in English
- Water is the most important element of life on earth. Water is one of the greatest natural resources of all humanity.
- Water pollution is the main issue affecting human life to a great extent.
- Water pollution is the contamination of water bodies such as lakes, rivers, oceans, aquifers and groundwater.
- The waste from houses, factories and other buildings gets mixed in the water bodies.
- Water pollution can lead our world to the path of destruction.
- Without water humans would not be able to live anything. However, we do not appreciate this gift of nature and pollute it without thinking.
- Use of water – Water is used a lot for drinking, cooking, irrigating crops, washing and in our daily routine.
- Due to water pollution, we have to monitor the quality of drinking water.
- The major causes of water pollution are industrial waste, mining activities, sewage and waste water, accidental oil spills, chemical pesticides and fertilizers, burning of fossil fuels, animal waste, urban development, global warming and leakage from sewer lines.
- There should be a proper system for water treatment of dirty water so that the contaminated water of the drains does not contaminate any source of our drinking water.
जल प्रदूषण के स्रोत क्या हैं?
जल प्रदूषण का मुख्य स्रोत है, जो विभिन्न मानवीय गतिविधियों के परिणामस्वरूप उत्पन्न अपशिष्ट जल के साथ पीने के पानी के मिश्रण के कारण प्रदूषित हो जाता है। जल प्रदूषण का मुख्य स्रोत औद्योगिक निस्राव एवं घरेलू स्रोतों से निकला हुआ दूषित जल हैं, इस दूषित जल में उपस्थित प्रदूषकों की प्रकृति और मात्रा औद्योगिक उत्पादन के अनुसार होती है।
- घरेलू अपशिष्ट
- सीवेज सिस्टम पानी
- औद्योगिक अपशिष्ट जल
- कृषि अपशिष्ट जल
- थर्मल या थर्मल प्रदूषण अपशिष्ट जल
जल शोधन
- जल प्रदूषण पर नियंत्रण हेतु नालों की नियमित रूप से साफ सफाई करना चाहिए।
- ग्रामीण इलाकों में जल निकास हेतु पक्की नालियों की व्यवस्था नहीं होती है।
- पक्की नालियों की व्यवस्था ना होने के कारण इसका जल कहीं भी अस्त-व्यस्त तरीके से चले जाता है और किसी नदी नहर आदि जैसे स्रोत तक पहुँच जाता है।
- गंदे पानी के जलो का जल शोधन करने की उचित व्यवस्था होनी चहिये ताकि नालियों का दूषित जल, हमारे पेय जल के किसी भी स्रोत को दूषित न कर पाए।
हम आशा करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई 10 Lines on Water Pollution जानकारी से आपको लाभ हुआ होगा और आप विद्यालय में निबंध लेखन में भाग ले सकते हैं। अगर आपको हमारे पोस्ट अच्छी लगी हो तो लाइक करें और कमेंट बॉक्स पर कमेंट करें।